Monday, 21 March 2016

जिन्दगी जीने के चक्कर में ये हाल हुआ



साहिल पे लिखा नाम लहरों ने मिटा दिया ,
मुफ़लिसी आई इस ने मेरा वज़न घटा दिया।
उसने सोचा सिर्फ़ वही कर सकती है बेवफाई,
उसके छोड़ने से पहले मैंने दूसरी को पटा लिया ,
देख लिया एक दिन बीवी ने मुझे उस के साथ ,
मैंने झट उसे अपनी मुहबोली बहन बना लिया।
जिन्दगी जीने के चक्कर में ये हाल हुआ,
कभी किसी से पिटा कभी किसी से मजा लिया।

Sunday, 20 March 2016

मेरा देश मुझे भारत देना


हे प्रभु कलयुग में कौरव पांडव में बन जाए तो ठीक वरना,
हमें एक और कृष्ण देना हमें एक और महाभारत देना।
मैं सारी जिम्मेदारी औढ कर निकल तो लिया घर से,
भटक जाऊँ अगर तो प्रभु रात को यही इमारत देना।
जैसी भी है रूखी सूखी, रोटी अपने घर की ही भली है,
मुझे जितने भी जन्म देना मेरा देश मुझे भारत देना।

Friday, 18 March 2016

क्योंकि भारत का नेता हूँ



जब प्यास लगती है तो अश्कों को पीता हूँ,
जब भूख लगती है तो मैं भूखा ही सोता हूँ
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मेरे मिटटी के घर में तड़प रहे हैं सब
मैं निश्चिंत हूँ क्योंकि भारत का नेता हूँ
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मैं घोडों से भी तेज़ दौड़ता हूँ पथरीली राहों में,
आँखें खुलती हैं तो मैं सपने में होता हूँ
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उन्होंने महफ़िल में जो गाया मैंने वाह वाह किया,
क्योंकि उनका दुश्मन भी हूँ और श्रोता भी हूँ
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