अजीब शख्स है जो
हमसे प्यार करता है
वरना ऐसे भी कोई किसी का इन्तजार करता है,
देखकर जिसे हम अब फेरते है निगाहें
वो हमारे इश्क़ में जीता है न मरता है,
बेवफ़ा नहीं हैं, हम भी हालात के मारे हैं
दिल में हमारे भी अब दर्द सा रहता है,
वो उधर बैचेन है खातिर हमारे ही
इधर हमारा दिल परेशां-परेशां रहता है,
तडपना नसीब है हमारा, ऐसे ही रहने दो
मिलने के लिए शायद मरना पड़ता है |
वरना ऐसे भी कोई किसी का इन्तजार करता है,
देखकर जिसे हम अब फेरते है निगाहें
वो हमारे इश्क़ में जीता है न मरता है,
बेवफ़ा नहीं हैं, हम भी हालात के मारे हैं
दिल में हमारे भी अब दर्द सा रहता है,
वो उधर बैचेन है खातिर हमारे ही
इधर हमारा दिल परेशां-परेशां रहता है,
तडपना नसीब है हमारा, ऐसे ही रहने दो
मिलने के लिए शायद मरना पड़ता है |
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