जीना चाहते हैं अब
मरने वाले
क्या-क्या कर गए करने वाले |
ज़िन्दगी तो तुझसे भी बूरी है
ऐ मौत तुझसे नहीं हम डरने वाले |
रातों को तो कब का सोना छोड़ चुके
अब दिन भी ना रहे आराम से गुजरने वाले |
ऐ ख़ुदा क्या कहू तेरी खुदाई को
कर्जदार हो गए अच्छे कर्म करने वाले |
क्या-क्या कर गए करने वाले |
ज़िन्दगी तो तुझसे भी बूरी है
ऐ मौत तुझसे नहीं हम डरने वाले |
रातों को तो कब का सोना छोड़ चुके
अब दिन भी ना रहे आराम से गुजरने वाले |
ऐ ख़ुदा क्या कहू तेरी खुदाई को
कर्जदार हो गए अच्छे कर्म करने वाले |
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