कुछ तो है जिस की हम से परदादारी है,
राज छिपाना इश्क़ में सनम गद्दारी है।
कर रहे हो सितममगर ये याद रखना ,
फिर हमसे ना कहना ये कैसी दिलदारी है।
इश्क़ में माना कुछ गलतियां हो जाती हैं,
मगर इश्क़ की एक शर्त वफादारी है।
तुममें वफा है तब तक तो तुम मेरी हो,
बेवफाई बर्दाश्त ना होगी हम में भी खुद्दारी है।
हम दोनों ही एक-दूसरे के दिल के मेहमाँ हैं,
दिल के मेहमान हैं तब तक ही खातिरदारी है।
तुम साथ निभाने का वादा करो फिर देखो,
हम जाँ भी दे देंगे ये हमारी दावेदारी है।
राज छिपाना इश्क़ में सनम गद्दारी है।
कर रहे हो सितममगर ये याद रखना ,
फिर हमसे ना कहना ये कैसी दिलदारी है।
इश्क़ में माना कुछ गलतियां हो जाती हैं,
मगर इश्क़ की एक शर्त वफादारी है।
तुममें वफा है तब तक तो तुम मेरी हो,
बेवफाई बर्दाश्त ना होगी हम में भी खुद्दारी है।
हम दोनों ही एक-दूसरे के दिल के मेहमाँ हैं,
दिल के मेहमान हैं तब तक ही खातिरदारी है।
तुम साथ निभाने का वादा करो फिर देखो,
हम जाँ भी दे देंगे ये हमारी दावेदारी है।
No comments:
Post a Comment