फकीरों की आँखों में भी ख्वाब होते हैं,
मगर पूरे बड़ी मुद्दतों के बाद होते हैं
होते हैं सितम भी अक्सर मुफलिसों पर,
हौसलें हो बुलंद वो कब बर्बाद होते हैं
कब तक करोगे तुम कोशिश मुझे हराने की,
अकेले दौड़ने वाले बोलो कब पीछे रहते हैं
आया था एक बाज़ तोड़ गया कुछ घोंसले,
मगर चिड़िया के घर तो अब भी आबाद रहते हैं
तुम रहते हो परेशान बस एक ही कारण है,
तुम नाशाद रहते हो हम शाद रहते हैं
मगर पूरे बड़ी मुद्दतों के बाद होते हैं
होते हैं सितम भी अक्सर मुफलिसों पर,
हौसलें हो बुलंद वो कब बर्बाद होते हैं
कब तक करोगे तुम कोशिश मुझे हराने की,
अकेले दौड़ने वाले बोलो कब पीछे रहते हैं
आया था एक बाज़ तोड़ गया कुछ घोंसले,
मगर चिड़िया के घर तो अब भी आबाद रहते हैं
तुम रहते हो परेशान बस एक ही कारण है,
तुम नाशाद रहते हो हम शाद रहते हैं
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