Monday, 9 November 2015

इश्क़ को दौलत की ज़रूरत नहीं होती


इश्क़ करने को आँखों की ज़रूरत नहीं होती,
प्यार के एहसास को नजरों की ज़रूरत नहीं होती.
बिन आँखों के भी होती है मोहब्बत,
चाहत के लिए ज़रूरी शकल सूरत नहीं होती.
खुद्दारी भी कोई चीज होती है,
गरीबी सिर्फ पैसो की मोहताज नहीं होती.
टूट जाते है अक्सर अमीरों के दिल,
इश्क़ को दौलत की ज़रूरत नहीं होती


Parvesh Kumar


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